
औरंगाबाद। आगामी 23 अप्रैल को आरा ज़िले के जगदीशपुर में आयोजित होने वाले वीर कुंवर सिंह के विजयोत्सव कार्यक्रम की सफलता को लेकर रविवार को औरंगाबाद शहर के जिला अतिथि गृह में राज्यसभा सांसद विवेक ठाकुर पहुंचे। जहां श्री ठाकुर ने प्रेस को संबोधित करते हुये कहा कि अगामी 23 अप्रैल को आरा ज़िले के जगदीशपुर में देश की आजादी के 75 वे साल में अमृत महोत्सव कार्यक्रम के तहत वीर कुंअर सिंह विजयोत्सव कार्यक्रम को बलिदान दिवस के रूप में मनाया जाने वाला है। इस कार्यक्रम में केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी शामिल होगें। ऐसे में औरंगाबाद जिलें के लोगों को कार्यक्रम की आमंत्रण देने आया हूं।
श्री ठाकुर ने कहा कि ऐतिहासिक पुरुष वीर कुंवर सिंह के विजयोत्सव में सभी को भाग लेना चाहिए। ऐसे में देश के दो चयनित स्थानों पर यह कार्यक्रम किया जा रहा है जिसमें एक बिहार के जगदीशपुर जबकि दूसरा उत्तर प्रदेश का झांसी शामिल है। श्री ठाकुर ने कहा कि देश में अंग्रेजों के खिलाफ कई ऐसे राजाओं ने लड़ाइयां लड़ी जो या तो उनसे हार गए या फिर समय के साथ उन्होंने अंग्रेजों से समझौता कर लिया। जबकि वीर कुंवर सिंह ऐसे व्यक्ति थे जिन्होंने आत्मसमर्पण नहीं किया बल्कि लड़ना पसंद किया। हम सभी बिहारियों को वीर कुंवर सिंह पर गर्व है।
श्री ठाकुर ने कहा कि इस कार्यक्रम में गृह मंत्री शामिल होंगे जिन्होंने भारत की मुकुट कहीं जाने वाली कश्मीर से धारा 370 की समस्या को एक ही झटके में समाप्त कर दिया। उस वक्त देश विचित्र परिस्थितियों में चल रहा था जो आजादी से उत्पन्न हुई स्थिति को हल किया गया। यह राजनीति की कई ध्रुवों में से एक था। इसके आड़ में जिस तरह का राजनीतिक परिदृश्य खड़ा किया जाता था उससे देश को प्रभावित होता था। दशकों से चले आ रहे एक लंबी समस्या को उन्होंने खत्म कर दिया। इस मामले में सरकार के प्रति अंतरराष्ट्रीय संवाद भी हुआ और वहीं नेतृत्व आरा में 23 अप्रैल को इतिहास रचने की तैयारी में है। जो गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड ऑफ बुक में दर्ज होगा।
श्री ठाकुर ने कहा कि पाकिस्तान के एक कार्यक्रम का सबसे अधिक साढ़े 57 हज़ार राष्ट्रीय ध्वज फहराने का वर्ल्ड रिकॉर्ड है। जबकि जगदीशपुर में 75 हजार राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाना है। यह कार्यक्रम गौरवमई इतिहास को एक स्वरूप प्रदान करेगा। इस कार्यक्रम में लगभग 1600 गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के सदस्य पुष्टि करने के लिए आएंगे। इस कार्यक्रम में किसी राजनीतिक पार्टी के ध्वज को शामिल नहीं किया जाएगा बल्कि इसमें राष्ट्रीय ध्वज को शामिल किया जाएगा। ऐसे में मगध के लोगों का दायित्व है कि इस कार्यक्रम में अधिक से अधिक लोग शामिल हों। ताकि कार्यक्रम का उद्देश्य सफल हो।