
औरंगाबाद। औरंगाबाद के दाउदनगर शहर से एक दर्दनाक हादसा सामने आया है जहां बच्चों की जीवन रक्षा की कामना करने वाले पर्व के दिन ही सोन नदी के काली घाट के समीप नहाने के दौरान डूब कर तीन मासूम बच्चों की मौत हो गई।
मृतक बच्चों की पहचान दाउदनगर शहर के वार्ड संख्या एक के अमृत बिगहा निवासी मनोज पासवान के 8 वर्षीय पुत्र सोनू कुमार, राजकुमार पासवान का 12 वर्षीय पुत्र किशु कुमार और गोह थाना क्षेत्र के मीरपुर निवासी जीतेंद्र पासवान के 8 वर्षीय पुत्र शिवा कुमार के रूप में की गई है। तीन बच्चों की मौत के बाद आसपास के क्षेत्र में मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है और परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार रविवार को निर्जला व्रत जिउतिया को लेकर महिलाओं के द्वारा पर्व के लिए नहाने का कार्य किया जा रहा था इसी दौरान महिलाओं ने अपने अपने बच्चे को नहलाने लगी। बच्चों को नहलाने के दौरान 5 बच्चों के पैर फिसल गए और वे नदी में डूबने लगे। आनन-फानन में लोगों ने नदी में कूदकर दो बच्चों को तो बचा लिया मगर 3 बच्चों की दर्दनाक मौत हो गई।
बच्चों की डूबने की सूचना मिलते हैं दाउदनगर अनुमंडल के राजस्व पदाधिकारी सह प्रभारी अंचलाधिकारी मनोज कुमार गुप्ता एवं दाउदनगर थाना के थानाध्यक्ष गुफरान अली मौके पर पहुंचे और पूरे मामले की जानकारी लेते हुए शव को अपने कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल औरंगाबाद लाया है।
गौरतलब है कि जिउतिया पर्व दाउदनगर अनुमंडल में पूरे विधि विधान से परंपरा के अनुसार धूमधाम से लगातार 8 दिनों तक मनाया जाता है और शहरवासी इस त्यौहार का भरपूर आनंद भी उठाते हैं। यही कारण है कि दाउदनगर की कोई भी महिला कहीं भी रहती है वह यहां आकर जिउतिया पर्व जरूर करती है।
लेकिन पर्व के दिन वह इस बड़े हादसे के बाद लोग ईश्वर की कठोरता को भी कोस रहे हैं और यह कहते नजर आ रहे हैं कि आखिर ऐसी क्या कमी रह गई थी कि बच्चों के जीवन की कामना करने वाले पर्व के दिन 3 मासूम बच्चों की जान चली गई।