
औरंगाबाद। चाणक्य परिषद के अध्यक्ष रामानुज पाण्डेय ने कहा है कि देव के एक सामान्य व्यवसायी विनोद कुमार गुप्ता ने आज के स्वार्थ और अपराध भरे इस युग में शतयुग का मिशाल पेश किया है। आज पैसे के लिए बड़े बड़े लोग जब अपना ईमान धर्म सब छोड़ चुके हैं खुलेआम ठगी, लूट, घूसखोरी, बेईमानी, हत्या, अपहरण ,क्या क्या नही कर रहे है।बड़े बड़े समाजिक संवैधानिक पदों पर विराजमान लोग नित्य पैसे के लिए हर कुकर्म कर रहे हैं।
ऐसे में अभी हाल में स्वर्गवासी हुए बुजुर्ग नरसिंह पाठक जी जो कि किसी प्रकार अपनी घर गृहस्थी चलाते हुए परिवार के भविष्य के लिए अपनी आमदनी में से सौ पचास बचाकर व्यवसायी विनोद कुमार गुप्ता के पास जमा किया करते थे। इस बात की जानकारी उनके परिजनों को भी नही थी। यदि विनोद कुमार गुप्ता चाहते तो चुप रहकर इस रकम को परिजनों को नही भी दे सकते थे।
एक लाख साढ़े अठ्ठाइस हजार की रकम कोई छोटी रकम नही है लोग तो इससे भी छोटी रकम के लिए अपने ही लोगों से नियत बेईमान कर लेते हैं अपराध कर बैठते हैं।लेकिन इन्होंने मानवीय धर्म का न सिर्फ पालन किया बल्कि भगवान भाष्कर के धाम का मान भी बढ़ाया है।
अध्यक्ष श्री पाण्डेय ने कहा कि आगामी 25 दिसम्बर को चाणक्य परिषद समारोह पूर्वक अपने मुख्य अतिथि से विनोद कुमार गुप्ता सम्मानित कराएगी। ताकि समाज मे ऐसे विचार संस्कार बढ़ सके लोगों परस्पर विस्वास ईमानदारी सहयोग की भावना बढ़े ।