औरंगाबाद

जिला पदाधिकारी ने की मिशन- 60 डेज के प्रगति की समीक्षा

औरंगाबाद। सदर अस्पताल की व्यवस्था में सुधार के लिए सात सितंबर से छह नवंबर की अवधि के बीच निर्धारित “मिशन सिक्सटी डे” नामक अभियान के प्रगति की समीक्षा आज जिला पदाधिकारी सौरव जोरवाल द्वारा समाहरणालय के कार्यालय प्रकोष्ठ में किया गया. अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी-सह-प्रभारी सिविल सर्जन डॉक्टर किशोर कुमार एवं डीपीएम डॉ कुमार मनोज द्वारा जिलाधिकारी को प्रस्तुतीकरण के माध्यम से यथा स्थिति से अवगत कराया गया.

बताया गया कि प्रसव वार्ड, नशा मुक्ति केंद्र एवं एनआरसी के पास वेटिंग एरिया का निर्माण लगभग पूर्णता की स्थिति में है, अस्पताल के अंदर आउटडेटेड पोस्टर, अनवांटेड वेजिटेशन, कबाड़ इत्यादि को पूरी तरह से हटाते हुए साफ सफाई का कार्य किया जा चुका है. बायो मेडिकल वेस्ट स्टोरेज के लिए निर्धारित कमरे का निर्माण कराया जा चुका है. अस्पताल के विभिन्न भागों में लगाए गए पेड़ पौधों की छटाई करते हुए सुसज्जित किया गया है तथा छोटे-छोटे बगीचे का निर्माण किया गया है.

 

गाड़ियों को लगाने के लिए स्थान निर्धारित किया गया है. बिजली के झूलते तारों को हटा दिया गया है. पावर बैकअप के लिए नए जनरेटर की व्यवस्था की गई है.लंबित कार्यों के संबंध में जिला पदाधिकारी को यह अवगत कराया गया कि बिहार मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर एवं सर्विस लिमिटेड, पटना द्वारा अस्पताल के बाहरी एवं अंदुरुनी उखड़े हुए प्लास्टर ठीक कराते हुए रंग रोगन का कार्य पूर्ण नहीं कराया जा सका है.

 

शौचालय, नाली, प्रकाश व्यवस्था का कार्य भी आंशिक रूप से ही हुआ है.अस्पताल के अंदर रास्तों को ठीक कराने के साथ-साथ जल निकासी की व्यवस्था भी पूरी तरह से ठीक नहीं कराई जा सकी है. सदर अस्पताल में पावर बैकअप के लिए सोलर सिस्टम को ब्रेडा के इंजीनियरों द्वारा शुरू नहीं किया गया है.

 

इस क्रम में जिला पदाधिकारी द्वारा स्थानीय क्षेत्र अभियंत्रण संगठन के कार्यपालक पदाधिकारी को सदर अस्पताल के अंदरूनी रास्तों, वेटिंग एरिया, एनआरसी के खेल एरिया में शेड एवं अन्य कार्यों में तेजी लाने का निर्देश दिया गया. साथ ही साथ नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी को सदर अस्पताल में प्रवेश द्वार सहित अन्य स्थानों पर दुकानदारों द्वारा अतिक्रमण हटाने एवं साफ-सफाई कराने का निर्देश दिया गया.

 

बिहार मेडिकल एवं इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी लिमिटेड, पटना के कार्यपालक अभियंता को नव निर्माण एवं रिनोवेशन का कार्य तेजी से कराने तथा यह निर्देश दिया गया कि अस्पताल के परिसर में व्यवस्थित तरीके से कार्य कराया जाए. निर्माण प्रक्रिया के कारण किसी भी स्थिति में रोगियों के हितों की अनदेखी नहीं की जाए.

 

जिला पदाधिकारी द्वारा इस क्रम में निर्देश दिया गया कि सदर अस्पताल में प्रसव वार्ड की व्यवस्था को सुदृढ़ करने एवं प्रसूति की जाट एवं इलाज के लिए चौबीस घंटे महिला चिकित्सकों की उपस्थिति सुनिश्चित कराई जानी है. इस क्रम में अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ किशोर कुमार द्वारा महिला चिकित्सकों की व्यक्तिगत समस्याओं के कारण अस्पताल की यथास्थिति से अवगत कराया गया जिसके आलोक में पदाधिकारी द्वारा सोमवार को महिला चिकित्सकों एवं अन्य चिकित्सकों के साथ अलग से एक बैठक आवत कराने का निर्देश दिया गया.

 

इस दौरान सदर अस्पताल औरंगाबाद के उपाध्यक्ष डॉ आशुतोष कुमार, स्थानीय क्षेत्र अभियंत्रण संगठन के कार्यपालक अभियंता, डीआरयू टीम लीडर उर्वशी प्रजापति, डीपीसी नागेंद्र कुमार केसरी,सदर अस्पताल के प्रबंधक हेमंत राजन, बिहार मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी लिमिटेड के अभियंता, मॉडल हेल्थ डिस्टिक डेवलपमेंट के तहत अस्पताल के नए भवन निर्माण के लिए चयनित संस्था यशस्वी कंस्ट्रक्शन के प्रतिनिधी एवं अन्य उपस्थित रहे.

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