
औरंगाबाद। किशोर न्याय परिषद औरंगाबाद के प्रधान दंडाधिकारी मनीष कुमार पाण्डेय ने मंगलवार को अधिकारियों द्वारा कांड के अनुसंधान में बरती जा रही कोताही को लेकर एक अहम बैठक की। बैठक में कई वरीय अधिकारियों की अनुपस्थिति को देख उन्होंने चिंता व्यक्त की और उन्हें अनुपस्थित रहने को लेकर शोकोज किया।
अधिवक्ता सतीश कुमार स्नेही ने बताया कि प्रधान दंडाधिकारी ने जिला शिक्षा पदाधिकारी, पुलिस उपाधीक्षक सह नोडल अधिकारी जे.जे.बी , उत्पाद अधीक्षक, परीविक्षा पदाधिकारी, महिला थाना थानाप्रभारी, थानाध्यक्ष दाउदनगर और बारुण को बैठक में अनुपस्थित रहने को लेकर शोकॉज कर 1 दिसंबर 2022 को सदेह उपस्थित होकर स्पष्टीकरण परिषद में समर्पित करने का आदेश दिया है।
बैठक में सिविल सर्जन को आदेश दिया गया है कि डाक्टरों की गवाही समय पर सुनिश्चित करवाये। उपस्थित थाना प्रभारियो से कहा गया है कि आरोप पत्र और कांड दैनिकी समय पर प्रस्तुत करना सुनिश्चित करें अन्यथा मजबुरन वेतन में कटौती किया जाएगा।
वही किशोर न्याय परिषद औरंगाबाद की एक टीम ने मंगलवार को मंडलकारा औरंगाबाद का भ्रमण किया और 12 बच्चों को किशोर चिन्हित किया जिनका आवेदन विभिन्न न्यायालय में विचारण में है मंडल कारा के कर्मियों को आवश्यक निर्देश किशोर न्याय परिषद औरंगाबाद के सदस्य अरूण कुमार सिंह और महिला सदस्य संजू कुमारी ने दिया।