
औरंगाबाद। जिले के दो अलग-अलग प्रखंडों में सड़क हादसे में 2 लोगों की जान चली गई और इस हादसे के बाद मृतक के परिवार के साथ साथ उनके गांव में भी मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है। पुलिस ने दोनों मृतकों के शवों का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया है।
पहली घटना रफीगंज थाना क्षेत्र के ममका मोड़ के समीप की है। जहां रविवार के शाम अनियंत्रित स्कारपियो ने एक आरा मशीन संचालक को टक्कर मार दी। जिससे घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गई। मृतक आरा संचालक की पहचान शहर के शाहपुर निवासी चितरंजन कुमार वर्मा के रूप में की गई है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार चितरंजन का रफीगंज प्रखंड के बीबीपुर गांव में आरा मशीन था और वहां से शाम को काम करके वह नववर्ष की खुशियां अपने परिवार के साथ मनाने बाइक से औरंगाबाद आ रहा था। लेकिन ममका मोड़ के समीप अनियंत्रित स्कारपियो ने उसकी बाइक में टक्कर मार दी। जिससे घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गई।
घटना की सूचना मिलते हैं जिला पार्षद अनिल यादव घटनास्थल पर पहुंचे तथा देर रात प्रशासनिक सहयोग से शव का पोस्टमार्टम कराया और शव परिजनों के हवाले कराया। जिला पार्षद ने कहा कि मृतक अपने पीछे दो छोटी-छोटी बच्चियों को छोड़कर गए हैं। ऐसे में उन्होंने जिला प्रशासन से मृतक के आश्रितों को शीघ्र ही मुआवजा राशि प्रदान करने की मांग की है।
वहीं दूसरी घटना फेसर थाना के कृपा बिगहा गांव के समीप की है। जहां हादसे के बाद जानकारी नहीं मिलने के कारण सड़क के चाट में गिरकर एक युवक की मौत हो गई। घटना के संबंध में बताया जाता है कि मृतक अर्जुन राम मंझार गांव का रहने वाला था और वह शनिवार की शाम अपने ससुराल सदीपुर से मंझार के लिए चला था।
शाम होने के कारण किसी अज्ञात वाहन ने उसे टक्कर मार दी और भाग निकला। हादसे के बाद युवक सड़क के चाट में जा गिरा और किसी की नजर उस पर नहीं पड़ने के कारण रात भर वह वहीं रह गया और उसकी मौत हो गई। इसकी जानकारी रविवार की सुबह कृपा बीघा के ग्रामीणों को तब मिले जब वह सुबह टहलने के लिए सड़क की तरफ निकले थे।जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौप दिया है।
बताया जाता है कि मृतक भवन निर्माण के लिए सेट्रिंग का काम करता था और शनिवार की शाम उसी कार्य के लिए घर लौट रहा था।युवक की मौत के बाद उसके चार छोटे बच्चे के परवरिश को लेकर गभिर समस्या बन गई है। हादसे की जानकारी मिलते ही जिला पार्षद अनिल यादव ने परिजनों को ढाढस बंधाया और जिला प्रशासन से उचित मुआवजा तथा बच्चों की परवरिश के लिए कोई व्यवस्था करने की मांग की है।