
रफीगंज से संदीप की रिपोर्ट
औरंगाबाद। रफीगंज शहर के चरकावा रोड स्थित संकल्प हॉस्पिटल में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अरविंद कुमार सिंह एवं चिकित्सा पदाधिकारी डॉ विनोद कुमार के द्वारा वरीय पदाधिकारी के आदेशनुसार जांच किया गया। लेकिन जांच से पूर्व डॉक्टर क्लीनिक को बंद कर फरार हो गया।
ज्ञात हो कि कुछ महीने पूर्व इस हॉस्पिटल में चरकावा निचली डीह निवासी महेश चौधरी के इलाज के दौरान मौत हो गई थी, रोगी की मौत के बाद चिकित्सा गायब हो गया था। और आक्रोशित परिजनों ने हॉस्पिटल में जमकर हंगामा किया था। मृतक के भाई मुन्ना चौधरी ने बताया था कि अचानक तबीयत खराब होने पर संकल्प हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया लेकिन डॉक्टर के लापरवाही के कारण उनकी जान ले ली।
लेकिन उस समय पीड़ित परिवारों को मुआवजा देने हेतु आश्वासन दिया गया था। लेकिन अब तक मुआवजा नहीं दिए हैं। कई बार क्लीनिक पर जाकर डॉक्टर से पैसा की मांग की गई। लेकिन गाली गलौज के साथ पैसा देने से इनकार कर देता था। मृतक के पत्नी कौशल्या देवी ने बताया कि मेरे पति की लापरवाही के कारण जान चली गई। पैसा मांगने पर अभद्र तरीके से बात करता है।
प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अरविंद कुमार सिंह ने बताया कि पीड़िता द्वारा जिला पदाधिकारी एवं सिविल सर्जन को लिखित आवेदन हॉस्पिटल के विरोध दिया गया था । उसी के आलोक में जांच किया गया। जाँच से पूर्व हॉस्पिटल में डॉ संतोष कुमार ने ताला बंद कर एवं मरीजों को दूसरे हॉस्पिटल में स्थापित कर फरार हो गया।
लेकिन पीड़िता से बयान दिया गया तो उन्होंने कहा कि मुआवजे देने का आश्वासन दिया था, लेकिन अब तक नहीं दिया है । पीड़िता के बयान लेकर वरीय पदाधिकारी को सौंपा जाएगा और आगे की कार्रवाई की जाएगी।