
औरंगाबाद।केंद्र सरकार ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा जरूर बुलंद किया।लेकिन बेटियों की सुरक्षा को लेकर कोई पुख्ता प्रबंध नहीं किया।यही कारण है उन्हे पढ़ने जाने,बाजार जाने या सफर करने के दौरान मनचलों की फब्तियों या उनके द्वारा किए जाने वाली छेड़खानियों से परेशानियों का सामना करना पड़ता था।
बेटियां इसको लेकर काफी परेशान रहती थी। औरंगाबाद में किशोरियों की परेशानी को देखते हुए उन्हें आत्म निर्भर एवं निडर बनाने का बीड़ा उठाया औरंगाबाद की कराटे गर्ल एवं कराटे चैंपियन सुरभि ने।अब सुरभि औरंगाबाद की बच्चियों को निशुल्क कराटे का प्रशिक्षण दे रही है। उसका संदेश है कि बेटियां पढ़ाई के साथ लड़ाई भी सीखे तभी समाज में वह निर्भय होकर जी सकेगी नही तो वासना के दरिंदे हमेशा अपनी बुरी नजरों का शिकार बनाते रहेंगे।
औरंगाबाद के इंडोर स्टेडियम में कराटे सीखने आई बच्चियों ने अपनी समस्या बताई और कराटे सीखने के पीछे के उद्देश्य से अवगत कराया। बच्चियों ने बताया कि आज कराटे सीखकर वे उ मनचलों से दो दो हाथ करने को तैयार हैं और अब उन्हें उनकी करतूतों से भय नहीं लगता बल्कि उसका डट कर जवाब देकर उन्हे डरा जाती हैं।
बच्चियों बताया कि पहले डर के माहौल में जीना पड़ता था लेकिन अब नही। बल्कि करांटे सीखकर उनका हौसला बुलंद और आत्मबल मजबूत हुआ है।अब ये बच्चियां मनचलों को मजा चखाने के।लिए कराटे सीखने के लिए कड़ी मेहनत कर रही हैं और जमकर अपना पसीना बहा रहीं हैं।