
औरंगाबाद। देश के प्रत्येक राज्य में कई महोत्सव के आयोजन किए जाते है। मगर औरंगाबाद जिले का नाम देश में सबसे अधिक महोत्सव का आयोजन कराने वाला जिला बन गया।जिसको लेकर यहां के लोगों में हर्ष व्याप्त है।
जानकारी देते हुए जनेश्वर विकास केंद्र के सचिव सिद्धेश्वर विद्यार्थी ने बताया कि औरंगाबाद में अभी हाल में पुनपुन महोत्सव टंडवा और सत्यचंडी महोत्सव रायपुरा का सरकारीकरण हुआ है और सूर्य महोत्सव देव, गजना महोत्सव, अंबा महोत्सव, उमगा महोत्सव, सूर्य राघव महोत्सव और जिला महोत्सव पूर्व से ही है सरकारी महोत्सव के रूप में आयोजित किए जा रहे हैं।
उन्होंने बताया कि सीता थापा महोत्सव, देवकुंड महोत्सव, दोमुहान सूर्य महोत्सव और ओबरा देवी महोत्सव 2023 मे आयोजित होने की उम्मीद है। जिसको लेकर जनेश्वर विकास केंद्र व जन विकास परिषद की एक संयुक्त बैठक अधिवक्ता संघ भवन में आयोजित की गयी। बैठक की अध्यक्षता रामजी सिंह ने की। संस्था के सचिव सिद्धेश्वर विद्यार्थी ने बताया कि पुनपुन महोत्सव टंडवा और शतचंडी महोत्सव रायपुरा को कला संस्कृति एवं युवा विभाग द्वारा महोत्सव कैलेंडर में शामिल कर लिया है।
2024 से उक्त दोनों महोत्सव का आयोजन जिला प्रशासन द्वारा कराया जायेगा । इसके लिए खुशी जाहिर करते हुए जिला प्रशासन और कला संस्कृति एवं युवा विभाग को धन्यवाद दिया गया। विदित हो कि देव महोत्सव, उमरा महोत्सव, अंबा महोत्सव, सूरज राघव महोत्सव, गजना महोत्सव और जिला महोत्सव पूर्व में ही की सरकारी करण हो गया है ।अन्य प्रस्ताव में 2023 में देवकुंड महोत्सव, सीता थापा महोत्सव और दो महान सूर्य महोत्सव तथा ओबरा देवी महोत्सव आयोजित होने की प्रबल संभावना है ।
बैठक में जिला प्रशासन द्वारा आयोजित महोत्सव पर चर्चा किया गया और उक्त महोत्सव में जनभागीदारी नहीं होने पर चिंता जताई गई ।इसके लिए सभी महोत्सव के आयोजकगण का एक प्रतिनिधिमंडल जिला प्रशासन से मिलकर प्रशासन द्बारा आयोजित महोत्सव में जनभागीदारी बढ़ाने की मांग करेगी।
बैठक में दोमुहान सूर्य मंदिर समिति के अध्यक्ष सिंघेश्वर सिंह , कल्पवृक्ष धाम के अध्यक्ष अशोक सिंह, सत्यचंडी धाम महोत्सव के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह, सहसचिव राहुल कुमार सिंह ,शिक्षक एवं लेखक धर्मेंद्र कुमार सिंह, अधिवक्ता विनोद मालाकार, कवि लव कुश सिंह,अध्यक्ष अधिवक्ता संघ संजय कुमार सिंह,उपाध्यक्ष साहित्य संवाद लालदेव प्रसाद ,कवि श्रीराम ,अनील सिंह अधिवक्ता, विहिप सचिव रामाकांत सिंह कवि कालिका सिंह, पूर्व सचिव रामचंद्र सिंह आदि उपस्थित थे।