
औरंगाबाद।भगवान भास्कर की नगरी देव में 23 अप्रैल से लेकर 29 अप्रैल तक विश्व के कल्याणार्थ अलौकिक एवं अदभुत सूर्य महायज्ञ का आयोजन किया जा रहा है।यह सूर्य महायज्ञ बिहार ही नही बल्कि पूरे भारत वर्ष में हुए अबतक के सारे रिकॉर्ड को ध्वस्त करेगा। क्योंकि 823 वर्षों के बाद ग्रहों की स्थिति ऐसी बनी है कि वे सभी अपने उच्च स्थान पर न सिर्फ विराजमान हो रहे है बल्कि अपनी कृपादृष्टि से इस जगत के लोगों का कल्याण करेंगे।क्योंकि यह भी अद्भुत संयोग है कि 23 अप्रैल अक्षय तृतीया के दिन रविवार का होना।आयोजन समिति के अध्यक्ष प्रवीण कुमार सिंह, सचिव सतीश पाठक एवं सह सचिव आलोक कुमार सिंह ने बताया कि इस यज्ञ की शुरुआत 23 अप्रैल से जलभरी के साथ की जाएगी और इसका समापन 29 अप्रैल को किया जाएगा।
लेकिन इस आयोजन के दौरान 23 अप्रैल को जलभारी के लिए निकाली गई कलश यात्रा के क्रम में श्रद्धालुओं के ऊपर हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा की जाएगी।कलश यात्रा सूर्यकुण्ड तालाब से चलकर देव बाजार और सूर्य मंदिर होते हुए रानी तालाब के समीप बनाए गए यज्ञशाला पहुंचेगी।इस कलश यात्रा में लगभग 25 हजार पुरुष एवं महिला श्रद्धालु अपनी उपस्थिति देंगे। इसके अलावे 27 अप्रैल को भी हेलीकॉप्टर द्वारा अभिमंत्रित पुष्पों की वर्षा पूरे देव नगर में की जायेगी।
आयोजकों ने बताया कि महायज्ञ के सभी कार्य पूर्ण कर लिए गए है और पहली बार ग्रहों की स्थिति को देखते हुए यज्ञशाला के समीप 9 ग्रहों की स्थापना उनकी मूर्ति लगाकर की गई है और इस आयोजन के दौरान विश्व कल्याण की कामना भी की गई है।बताया गया कि इस आयोजन में अवतारी पुरुष श्री राम भद्राचार्य जी महाराज अपनी कृपा दृष्टि जिलेवासियों को देने आ रहे हैं।इसके अतिरिक्त राजस्थान से निमार्काचार्य जी महाराज, महामंडलेश्वराचार्य, श्री श्रीनाचार्य जी महाराज, राधे राधे जी महाराज सहित चित्रकूट से कई संत आयोजन के अलग अलग तिथियों में अपने आशीर्वचन से अभिसिंचित करेंगे।
आयोजन समिति के सदस्यों ने बताया कि यज्ञशाला, प्रवचनशाला एवं भंडारा के लिए भव्य पंडाल बनाए गए है।भंडारे में प्रतिदिन कम से कम 15 हजार लोगों को प्रसाद ग्रहण कराया जायेगा और प्रवचन सुनने के लिए 25 हजार से अधिक लोगों के बैठने की व्यवस्था की गई है। 23 अप्रैल से 29 अप्रैल तक किशोरी वैष्णवी का प्रवचन होगा।आयोजन में करोड़ों राशियों के खर्च की बात पर सदस्यों ने कहा कि दान दाताओं की कमी नहीं है।समिति के सदस्य चंदा के लिए कही भ्रमण नही की है इसके लिए एक अकाउंट नंबर सार्वजनिक किया गया है और उसी अकाउंट में लोग राशियां दे रहे हैं।