
औरंगाबाद। देव प्रखंड के आम लोगों ने जिला प्रशासन और देव सूर्य मंदिर न्यास समिति के दो तरफा नीति के खिलाफ एक आक्रोश बैठक बुलाया।जिसकी अध्यक्षता गुलशन जी ने किया। बैठक में शामिल सभी लोगो ने कहा कि कोरोना का हवाला देते हुए जहां जिला प्रशासन द्वारा आम नागरिकों के लिए देव के सूर्य मंदिर का दरवाजा बंद कर दिया गया है और यह भी आदेश दिया गया है कि सूर्य जन्मोत्सव के दिन भी कोई सजावट या भब्य तरीके से पूजा नहीं होगा।
यहां तक कि यहां तक कि सामाजिक संस्था देव पर्यटन विकास केन्द्र द्वारा प्रत्येक वर्ष आयोजित किया जाने वाला भगवान सूर्य की रथ यात्रा पर रोक लगा दिया गया है। वहीं दूसरी ओर सरकारी पदाधिकारियों के लिए दरवाजा खोल दिया जाता है।
ज्ञात हो कि 25 फरवरी को एक डी.आई.जी. के परिवार के लिए सूर्य मंदिर न्यास समिति ने उच्य सरकारी अधिकारियों के कहने से मंदिर का दरवाजा खोला था।ताकि वे भगवान का दर्शन कर सके।उपस्थित लोगों का कहना है कि जब सरकारी पदाधिकारियों के लिए दरवाजा खुल सकता है तो भगवान के जन्मोत्सव यानी 8 फरवरी को आम लोगो के लिए मंदिर का पट भी खुलना चाहिए।
साथ ही मंदिर का सजावट और प्रसाद वितरण भी होनी चाहिए।बैठक में राजेश कश्यप, उदय सिंह, रणधीर चंद्रवंशी, भानु प्रताप, विशाल, आलोक सिंह, पवन पत्रकार, अपिश्वर सिंह, अमरजीत उर्फ शेरू, रौशन, नंदलाल मेहता व अन्य लोग उपस्थित हुए।