
औरंगाबाद। शहर के नगर भवन में चल रहे औरंगाबाद रेडक्रॉस सोसाइटी के चेयरमैन सहित अन्य पदों के लिए हुए चुनाव को जिलाधिकारी के आदेश पर स्थगित कर दिया गया। जिसके बाद वहां उपस्थित सदस्यों ने जमकर हंगामा किया और जिला प्रशासन पर पक्षपात का आरोप लगाया।
यह चुनाव प्रारंभ से ही विवाद में रहा और पदेन अध्यक्ष जिलाधिकारी की अनुपस्थिति भी सवालों के घेरे में रही। इसको लेकर बीच बीच में विरोध भी जताया गया। सदस्यों ने पूरे मामले को राजनीति को प्रेरित बताया।
गौरतलब है कि रेडक्रॉस के एनुअल जेनरल मीटिंग सोमवार 28 अगस्त को जिलाधिकारी के निर्देश पर ही आयोजित की गई थी। जिसके लिए विधिवत विज्ञापन भी अखबारों में निकाले गए थे। मगर इस बैठक में खुद जिलाधिकारी ही अनुपस्थित रहे जिसे संवैधानिक प्रक्रिया के प्रतिकूल बताया गया।
जिलाधिकारी की अनुपस्थिति में उनके आदेश पर ओएसडी अमित कुमार, जिला पंचायती राज पदाधिकारी मंजू प्रसाद तथा सदर एसडीम श्री विजयंत के नेतृत्व चुनाव की प्रक्रिया शुरू की गई। इस दौरान वर्ष 2017 से लेकर वर्ष 2022 तक वार्षिक प्रतिवेदन और अंकेक्षण प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया। जिसे सर्वसम्मति से पारित कर दिया गया।साथ ही साथ पिछले 5 सालों का आय और व्यय भी सदस्यों के बीच रखा गया।
इसके बाद प्रबंध कार्यकारिणी का चुनाव शांतिपूर्ण संपन्न कराया गया। चुनाव संपन्न होने के बाद सदस्यों ने सतीश कुमार सिंह को दोबारा अध्यक्ष बनाने के लिए अपनी सहमति दे दी।सबकुछ सही चला लेकिन थोड़ी देर के बाद जिला पंचायती राज पदाधिकारी में मंच से इस चुनाव को स्थगित करने की घोषणा कर दी। उन्होंने बताया कि एक शिकायत के आधार पर जिलाधिकारी ने इस चुनाव को स्थगित कर दिया है।
चुनाव के स्थगन की घोषणा होने के बाद नगर भवन में जमकर हंगामा हुआ और वहां मौजूद लोगों ने जिला प्रशासन के खिलाफ न सिर्फ नारेबाजी की बल्कि इसे राजनीति से प्रेरित बताया।
इधर सूचना मिली की जिलाधिकारी ने जानकारी दी है कि रेडक्रॉस का चुनाव नियमावली के साथ पारदर्शी तरीके से होगा और विचार विमर्श के बाद आगे की तिथि का निर्धारण किया जाएगा।उन्होंने बताया कि जिन लोगों को कुछ भी सुझाव देना है वे दे सकते है। ताकि किसी भी प्रकार का कोई शंका किसी के मन में उत्पन्न न हो।