
औरंगाबाद।अपने बयानों को लेकर हमेशा विवादों एवं चर्चा में रहने वाले बिहार के पूर्व सहकारिता मंत्री एवं औरंगाबाद विधानसभा के पूर्व भाजपा विधायक रामाधार सिंह ने एक बार फिर बयान देकर चर्चा में आ गए हैं। श्री सिंह ने औरंगाबाद में नव पदस्थापित डीएम श्रीकांत मिश्रा को कई नसीहत दी है।
श्री सिंह ने कहा कि वे औरंगाबाद जिला में नए डीएम का स्वागत करते हैं। लेकिन साथ ही साथ यह आग्रह भी करते हैं कि जब वे पुल निर्माण निगम के कार्यपालक अभियंता थे तो उनके कार्यक्षेत्र के अधीन औरंगाबाद भी आता था। उन्होंने अपने कार्यपालक अभियंता के कार्यकाल में औरंगाबाद में कई पूल का निर्माण कराया।मगर जितने भी पुल बनवाए उसमें से अधिकतर का एप्रोच पथ नहीं बना है। जिसके कारण सरकार की राशि तो खर्च जरूर हो गई। लेकिन जिस मकसद के लिए पूल बनाए गए थे। वह मकसद पूरा नहीं हुआ और ग्रामीणों को इसका लाभ नहीं मिल पाया और आज भी ग्रामीण अप्रोच पथ नही होने का दंश झेल रहे हैं।
पूर्व सहकारिता मंत्री श्री सिंह ने नव पदस्थापित डीएम को याद दिलाया कि उन्होंने अपने कार्यकाल में कुरहमा गांव के पास अदरी नदी पुल, देव के सरगांवा पंचायत के भुइयां बीघा के सामने पुल, सुंदरगंज का पुल, परसडीह पुल, दाउदनगर नासरीगंज पुल आदि ऐसे पुल हैं। जिसका निर्माण तो हुआ लेकिन अप्रोच पथ नहीं बन सका। श्री सिंह ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि डीएम साहब इन सभी चीजों को याद रखते हुए अपने समय के अधूरे काम को औरंगाबाद के जिलाधिकारी बनने के बाद पूरा करेंगे।
गौरतलब है कि औरंगाबाद के जिलाधिकारी रहे सुहर्ष भगत के तबादले के बाद सरकार ने किशनगंज के जिलाधिकारी रहे श्रीकांत मिश्र को औरंगाबाद का जिलाधिकारी बनाया है।श्री मिश्र इसके पूर्व बिहार शिक्षा परियोजना के निदेशक एवं मुंगेर नगर निगम के नगर आयुक्त भी रह चुके हैं।