
औरंगाबाद : सदर अस्पताल में सोमवार के दोपहर अपने बच्चों का इलाज कराने आई एक महिला के पर्स को सदर अस्पताल में मौजूद पॉकेट मारो ने उसे वक्त उड़ा लिया जब वह इमरजेंसी वार्ड के समीप पुर्जा कटाने के लिए पंक्ति में खड़ी थी। महिला की पहचान नगर थाना क्षेत्र के तेंदुआ दान गांव निवासी शंभू यादव की पत्नी गायत्री देवी के रूप में की गई है।
महिला ने बताया कि उसके दो बेटे हैं और बड़े बेटे चीकू(4)की तबीयत खराब थी और उसे बुखार लग रहा था।आज गांधी जयंती के अवसर पर सदर अस्पताल का रजिस्ट्रेशन काउन्टर बंद था और मरीजों का पुर्जा इमर्जेंसी वार्ड में कट रहा था। दोनों बच्चों को लेकर वह पुर्जा कटवाने के लिए पंक्ति में खड़ी थी,तभी किसी पाकेटमार ने पोली बैग में ब्लेड मारकर उसमें रखे पर्स को लेकर फरार हो गया।पर्स कटने की जानकारी तुरंत हो गई,लेकिन उस पाकेटमार का पता नहीं चल सका।
महिला ने बताया कि पर्स में सोने की जितिया एवं दो हजार रुपया नगद थे और अब उसके पास एक भी पैसे नहीं बचे हैं की पूजा पर लिखा दवा भी खरीद सके ऐसे में वहां मौजूद एक समाजसेवी द्वारा महिला को दवा खरीदने के पैसे दिए गए।
गौरतलब है कि सदर अस्पताल मे लगातार पाकेटमारों के द्वारा पॉकेटमारी की घटना को अंजाम दिया जा रहा है। दो माह से कुछ सख्ती की गई थी और मामला कुछ थमा भी था। लेकिन आज पाकेटमारों ने इस घटना की पुनरावृति कर अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था पर सवालिया निशान खड़ा कर दिया है।
इस सम्बंध में पूछे जाने पर अस्पताल प्रबंधक हेमंत राजन ने बताया कि ऐसी कोई सूचना उन्हें नहीं प्राप्त हुई है लेकिन फिर भी सीसीटीवी फुटेज की जांच कर ऐसे तत्वों की शिनाख्त कर पुलिस को सूचित किया जाएगा।फ़िलहाल इमर्जेंसी वार्ड के समीप पंक्ति के पास गार्ड की तैनाती कर दी गई है।