
औरंगाबाद। विद्यालय सुरक्षा की गंभीरता को देखते हुए राज्य के स्कूलों में मुख्यमंत्री विद्यालय सुरक्षा कार्यक्रम अंतर्गत बच्चों को निरंतर एवं अनवरत रूप से जागरूक तथा संवेदनशील बनाने के उद्देश्य से प्रत्येक शनिवार को सुरक्षित शनिवार के रूप में मनाया जाता है। इसी कड़ी में शनिवार को मदनपुर प्रखंड के मध्य विद्यालय सलैया में अक्टूबर माह के लिए जारी कैलेंडर के अनुसार सुरक्षित शनिवार का आयोजन किया गया।
माह के पहले शनिवार को दशहरा, दीपावली, छठ पूजा आदि में भीड़ एवं भगदड़ संबंधी जोखिम तथा बचाव विषय पर गतिविधि एवं चर्चा की गई। प्रधानाध्यापक राजकुमार प्रसाद गुप्ता के द्वारा उपस्थित बच्चों को मेला बाजार जाते समय कौन कौन सी सावधानियां बरतनी चाहिए, इस पर विस्तार पूर्वक बताया गया। बताया की बिहार में छठ, श्रावणी मेला, मोहर्रम में ताजिया निकालने के दौरान प्रकाश पर्व तथा अन्य कोई संगठित समारोह एवं सम्मेलन के अवसर पर बहुत भीड़ होती है जिसमे भगदड़ जैसी घटना होने की संभावना अत्यधिक होती है।
ऐसी दुर्घटनाओं में ज्यादातर घायल या मरने वाले बच्चे एवं महिलाएं होते हैं इसलिए इन्हें नियंत्रित करने की आवश्यकता होती है। हमें भीड़भाड़ वाले स्थानों जैसे धार्मिक पूजा स्थल , मेले, उत्सव आदि में सावधानी तथा अनुशासित तरीके से चलना चाहिए, बेवजह शोर या अफवाह नहीं फैलाना चाहिए, यदि संभव हो तो बच्चों, बुजुर्गों एवं विकलांगों को अधिक भीड़भाड़ वाले स्थान पर नहीं लेकर जाना चाहिए। हमें कोई भी काम जल्दबाजी में नहीं करना चाहिए ।
यदि हमारे आगे चलने वाला कोई बच्चा, महिला या वृद्ध व्यक्ति गिर जाते हैं तो उनकी सहायता करनी चाहिए। ऐसी स्थिति में संयम एवं धैर्य बनाए रखना चाहिए और यदि संभव हो तो भगदड़ वाले मार्ग से हट जाना चाहिए। स्थिति सामान्य होने पर घायल व्यक्तियों को रास्ते से उठाकर पास के सुरक्षित स्थान या प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर ले जाना चाहिए ।साथ ही घायलों के इर्द-गिर्द भीड़ इकट्ठी नहीं होने देना चाहिए एवं पुलिस तथा राहत कर्मियों को उनके कार्य में सहयोग करना चाहिए।
यदि हमें प्राथमिक उपचार करना आता हो तो हमें घायल व्यक्ति का प्राथमिक सहायता भी करनी चाहिए। बच्चे जब भी मेला या बाजार में जाए तो हमेशा अपने पॉकेट में अपना नाम, पिता या माता का नाम, घर का पता और मोबाइल नंबर एक कागज में लिख कर रख लेना चाहिए ताकि रास्ता भटक जाने या परिवार से बिछड़ जाने पर आसानी से अपने संबंधियों से मिल सकें या घर लौट सके।
इस मौके पर प्रधानाध्यापक ने हार्ट अटैक से घायल व्यक्ति को आपात स्थिति में प्राथमिक उपचार तथा सीपीआर करने के तरीके के बारे में बताया गया। साथ ही घायल व्यक्ति को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर ले जाने हेतु वैकल्पित स्ट्रेचर एवं साधन बनाकर दिखाया गया।
इस अवसर पर विद्यालय के शिक्षक ठाकुर अमरेश प्रसाद, शशिकांत कुमार, प्रतिभा कुमारी, कुमारी रीता कुमारी, रेखा कुमारी, प्रीति कुमारी, मुकेश कुमार सहित अन्य लोग मौजूद थे।