
औरंगाबाद। अपने बकाए वेतन की भुगतान की मांग को लेकर नगर परिषद के सफाईकर्मियों ने शनिवार को कार्य का बहिष्कार कर दिया और गांधी मैदान स्थित बस पड़ाव के पास जमा हो गए। हालांकि कार्य बहिष्कार कर रहे सफाईकर्मियों को ठेकेदार द्वारा मानने का प्रयास किया जा रहा है।लेकिन संवाद प्रेषण तक दोनो के बीच सहमति नहीं बन सकी।
सफाईकर्मियों ने साफ शब्दों में कहा कि जब तक उनके बकाए पैसे की भुगतान नहीं होगी तब तक वे काम पर वापस नहीं लौटेंगे।सफाईकर्मी अजय राम ने बताया कि कुछ लोगो का चार महीना कुछ लोगों का तीन महीना तथा कुछ का एक महीना से वेतन का भुगतान नहीं हुआ है।
दुर्गापूजा भी चला गया और अब दीपावली तथा छठ पर्व भी आ गया।मगर लगातार वेतन भुगतान की मांग किए जाने के बाद भी काम का पैसा नही दिया जाना कहां का इंसाफ है। सफाईकर्मी अर्जुन कुमार, राजेश, शिवम कुमार, धीरज कुमार, जितेंद्र कुमार, प्रकाश कुमार, सूरज कुमार, दीपक, सुरेश, प्रदीप, रवि किशन, रोशन कुमार, अरुण कुमार, सुधीर कुमार, अजीत कुमार, विजय कुमार आदि ने कहा कि कचड़ा उठाने के लिए दस्ताना, मास्क, ड्रेस, जूता भी नहीं दी जाती।
अब ठंड के मौसम में कितनी परेशानी उठानी पड़ती है यह वही सीख सकता है जो इस कार्य से जुड़ा हुआ है। कार्य के दौरान हाथ और पैर कट जाते है। इलाज के लिए भी पैसे नही दिए जाते। खुद के पैसे से इलाज कराना पड़ता है। इलाज के नाम पर संवेदक महीना में मात्र 200 रुपए ही देते हैं जो ऊंट के मुंह में जीरा के समान है। अभी तक टेटनस का सुई भी नही मिला है।
सफाईकर्मियों ने कहा कि नही भी वेतन मिला तो भी आस्था के पर्व छठ के मौके पर हम सभी 280 कर्मी छठ घाट, शहर की सफाई और जो छठ जाने का मार्ग की उसकी सफाई निशुल्क करेंगे।
इधर इस मौके पर नगर परिषद के सफाई सुपरवाइजर दीपक कुमार ने कहा कि पैसे भुगतान किए जाने का आश्वासन दिया जा रहा है मगर इनके द्वारा एक घंटे के अंदर बकाए राशि के भुगतान की बात की जा रही है।फिर भी इन्हे मनाने का प्रयास किया जा रहा है।
इधर इस संबंध में जब नगर परिषद के मुख्य पार्षद उदय गुप्ता से बात की गई तो उन्होंने बताया कि नगर परिषद द्वारा सफाई संवेदक को सफाईकर्मियों के बकाए राशिंका भुगतान कर दिया गया है।लेकिन संवेदक ने कर्मियों को भुगतान नहीं किया।इसके लिए फटकार लगाई गई है और सफाईकर्मियों से बात कर उन्हे काम पर वापस लाने का प्रयास किया जा रहा है।