
औरंगाबाद। एक ओर जहां डेज़ह और दुनिया मे वेलेंटाइन डे को प्रेम दिवस के रूप में मनाया जा रहा था वही दूसरी ओर औरंगाबाद के सदर प्रखंड के बभंडी स्थित वेदांत सेवा समिति के आश्रम में मातृ पितृ पूजन दिवस का आयोजन किया जा रहा था जहां बच्चों, युवाओं, युवतियों ने अपने माता पिता का पूजन किया और उनसे कुशलता,मंगलता,प्रसन्नता एवं खुशहाली का आशीर्वाद प्राप्त किया।
वेदांत सेवा समिति के टॉवधन में आयोजित इस कार्यक्रम में लोगों ने अपने माता-पिता को आसन पर बिठाकर फूल मालाएं पहनाई, तिलक लगाया और हाथों में पूजा की थाली लेकर पूजा अर्चना की। फिर माता-पिता ने बच्चों को आशीष दिया। भारतीय परंपरा एवं संस्कृति को बचाये रखने की संस्था द्वाराआ किये गए इस पहल की झलक देखकर माता-पिता सहित उपस्थित अन्य लोगों की भी आंखें नम हो गई और कार्यक्रम में उपस्थित योग वेदांत सेवा समिति के सुंदर पहल की प्रशंसा की गई।
गौरतलब है कि योग वेदांत सेवा समिति के आह्वान पर 14 फरवरी को मातृ पितृ पूजन दिवस मनाने की शुरुआत 12 वर्ष पहले की गई थी।धीरे धीरे लोगों को यह कार्यक्रम इतना पसंद आया कि आज भारत ही नहीं विदेशों में भी मात् पूजन दिवस मनाया जाने लगा। इस कार्यक्रम का हिंदू, मुसलमान, सिख, ईसाई, पारसी सभी धर्मों के लोगों ने ह्रदय पूर्वक स्वागत किया और अपने अपने स्तर से इसका आयोजन 14 फरवरी को किया जाने लगा।
समाज के सभी तबकों द्वारा इस कार्य को पसंद करने का एक कारण यह भी है कि धर्म, जाति की परिधि के बंधनों से ऊपर उठकर इसमें सबके मंगल की भावना निहित है।बभंडी में आयोजित इस कार्यक्रम में उपस्थित अभिभावक एवं जनसमूह ने इसकी न सिर्फ सराहना की बल्कि भविष्य में ऐसे और भी आयोजन होते रहें ऐसी इच्छा जाहिर की। बच्चों ने भी वैलेंटाइन डे के बजाय अपने माता पिता और गुरुजनों का आदर सम्मान करने के इस दिन को प्रत्येक साल मनाने का संकल्प लिया।