
औरंगाबाद। विधानसभा 2020 में जन अधिकार पार्टी से गोह से प्रत्याशी रहे और चुनाव लड़ने से पूर्व ही राजद में शामिल हुए श्याम सुंदर से नक्सली नेता संदीप यादव के द्वारा फोन कर 22,000 रुपये की सहायता की मांग की गई और उसे लौटाने का आश्वासन भी दिया गया। नक्सली द्वारा लेवी मांगने की सूचना की जानकारी उन्होंने तत्काल औरंगाबाद के एसपी कांतेश कुमार मिश्रा को दी और इससे संबंधित कार्रवाई के लिए उपहारा थाने में प्राथमिकी भी दर्ज करवाई।
मगर प्राथमिकी दर्ज होने के बाद भी पुलिस के द्वारा इस दिशा में कोई कार्रवाई न होता देख राजद नेता श्याम सुंदर ने मंगलवार को औरंगाबाद जिला परिषद में एक प्रेसवार्ता कर मीडिया के सामने पूरे मामले की जानकारी दी और अभी तक इस मामले में सुस्त पड़े पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाया है।
श्री श्याम सुंदर ने बताया कि 10 मार्च की दोपहर एक बजकर 59 मिनट पर उनके मोबाईल 94700 18502 पर एक नंबर से फोन आया।जिसमे फोन करने वाले ने खुद को झारखंड के लूटुआ का माओवादी नेता संदीप यादव बताया और पे फोन के माध्यम से 22000 रुपये का सहयोग करने की बात की। नक्सली नेता ने खुद को छत्तीसगढ़ में होने की बात कहते हुए यह जानकारी दी कि मुंगेर में घायल हुए साथियों के इलाज के लिए इस राशि की जरूरत है। इतना ही नही नक्सली नेता ने यह भी कहा कि उक्त राशि को लेने पचरुखिया से एक साथी चल भी चुका है।
श्री श्याम सुंदर ने बताया कि नक्सली नेेे द्वारा रुपये की माँग किये जाने की जानकारी पुलिस को दी और पैसे मांगे जाने वाले नम्बर को भी दिया गया।मगर पुलिस को सुचना दिए 5 दिन हो गए लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने पूरे मामले की जांच कर उचित कार्रवाई की मांग की है।
श्याम सुंदर ने कहा कि उन्होंने गोह के पूर्व विधायक डॉ रणविजय सिंह द्वारा भी अवैध कब्जे किये गए पोखरे की जमीन की जमाबंदी रद्द करने की भी मांग की है और कहा कि जब से गोह पोखरा पिंड से अवैध कब्जा हटाने समेत अन्य ज्वलंत मुद्दों पर सरकार के खिलाफ शुरू की तब से उनके विरुद्ध साजिश हो रही है और उनका रिश्ता माओवादियों से जुड़े जाने का प्रयास किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि जदयू के सियासतदान उनके खिलाफ साजिश रच रहे हैं और सरकार तथा स्थानीय प्रशासन कुंभकरण निद्रा में सो रही है। इतना ही नहीं भू माफियाओं को संरक्षण भी दे रही है। राजद नेेेता ने कहा कि यदि दोनों मामलों में कोई कार्रवाई नही हुई तो वे 23 मार्च से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठ जाएंगे और भूखे रहकर अपनी जान दे देंगे।