
औरंगाबाद। नीति आयोग, भारत सरकार एवं जिला प्रशासन में संयुक्त तत्वाधान में संचालित आकांक्षी जिला कार्यक्रम के अंतर्गत जिले के सभी प्राथमिक एवं मध्य विद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का वातावरण एवं इसका असर भी दिखने लगा है। शैक्षणिक सत्र के प्रारंभ मे ही निरीक्षण के क्रम में कुटुंबा प्रखंड के विभिन्न मध्य विद्यालयों में आयोजित प्रार्थना सभा में नवाचारी शिक्षा का समावेश दिखना प्रारंभ हो गया।
जिला पदाधिकारी औरंगाबाद के द्वारा प्राथमिक एवं मध्य विद्यालय के बच्चों को शिक्षण व्यवस्था के अंतर्गत उनके अधिगम स्तर को वैज्ञानिक पद्धति से विकसित करने के लिए समिति के सदस्यों को निर्देश दिया गया है। पिरामल फाउंडेशन के जिला प्रोग्राम लीडर राकेश कुमार राय एवं कार्यक्रम समन्वयक डॉक्टर निरंजय कुमार ने बताया कि प्रार्थना सभा में ही इस तरह का प्रयोग करके बच्चों को गणित शिक्षण की सुलभ व्यवस्था मुहैया कराने का प्रयास किया जा रहा है।
इसके अंतर्गत ही सभी प्रधानाध्यापकों एवं मास्टर प्रशिक्षकों को विद्यालय आरंभ से अंत तक गतिविधियों में नवाचार को शामिल करने का निर्देश दिया गया है। बताया गया कि सभी मास्टर ट्रेनर को जिला पदाधिकारी के इस निर्देश का अनुपालन कराने हेतु अपने अपने संबंधित क्षेत्रों में में काम करने के लिए निर्देश दिया गया।