
औरंगाबाद। आपसी प्रेम भाईचारा एवं सौहार्द का पर्व ईद उल फितर औरंगाबाद जिले में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। जिले के अलग-अलग प्रखंडों में स्थित मस्जिदों और ईदगाहो में ईद की नमाज अदा की गई उसके बाद लोगो ने एक दूसरे को गले मिलकर ईद की बधाई दी।
ईद की नमाज के बाद लोग घर न जाकर पहले ईदगाह पहुंचे और समीप के ही कब्रिस्तान में अपने मृत परिजनों के कब्र के समक्ष फातेहा पढ़ अपने बुजुर्गों और मृत परिजनों को याद किया। वहीं इस दौरान सबकी आंखें आंखें नम नजर आई। तत्पश्चात ईदगाह मे जामा मस्जिद के पेश इमाम शाहिद अनवर ने परवरदिगार के उसूलों से लोगों को अवगत कराया और बदनीयती से बचने एवं नेक नियति की राह पर चलने की अपील की।
कोरोना संक्रमण के कारण दो वर्ष तक खुले मे ईद न मनाए जाने का मलाल लोगों मे दिखा लेकिन इस वर्ष एक साथ इस त्योहार को मनाए जाने की खुशी भी दिखी।पेश इमाम ने बताया कि जो बुजुर्ग अब इस दुनिया में नही है उन्हे भी ईद के इस मौके पर याद किया गया और उनसे आशिर्वाद प्राप्त किया गया।