
राजेश मिश्रा(स्वतंत्र पत्रकार)
औरंगाबाद। सरकार ने तो पेट्रोल और डीजल पर दाम घटाकर लोगों को राहत जरूर पहुंचाई है। लेकिन आम गरीब जनता को फिलहाल राहत मिलते नहीं दिख रही। इसे सीधे तौर पर पूंजीपतियों की बल्ले-बल्ले दिखाई दे रही है।
लोगों को फायदा तभी पहुंच पाएगा जब बस और ऑटो के किराया में कटौती होगा। ऐसा कई बार देखा गया है की डीजल के दाम अगर ₹5 बढ़ जाए तो बस मालिक तुरंत किराया बढ़ा देते हैं। और अगर दाम घट जाए तो किराया में बिल्कुल भी कटौती नहीं करते जिसके कारण आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को काफी नुकसान उठाना पड़ता है।
सरकार ने जिस दिलेरी के साथ पेट्रोल और डीजल का दाम घटाया है, उसी प्रकार से बस और ऑटो मालिकों को भी किराया में नरमी बरतनी होगी। तभी आम लोगों तक इसका फायदा पहुंच सकेगा।