
औरंगाबाद। व्यवहार न्यायालय औरंगाबाद स्थित एकमात्र फ्रेकिग मशीन टिकट काउंटर लगातार दो दिनों से बन्द हैं और वहां से टिकट प्राप्त नही हो रहे है जिसको लेकर अधिवक्ताओं ने आक्रोश व्यक्त किया। टिकट न मिलने से परेशान अधिवक्ताओं ने बताया कि गुरूवार को टिकट काउंटर दोपहर में एक घंटे के लिए खुला और तुरंत उसे बंद कर दिया गया। शुक्रवार को सुबह से ही लोग टिकट का इंतेजार करते रहे। मगर बिना किसी सूचना के काउंटर बंद कर दिया गया। जिससे सभी को विधि कार्य में परेशानी हो रही है।
अधिवक्ताओं ने कहा कि कोरोना काल को लेकर काफी दिनों तक कोर्ट में वर्चुअल कार्य किये जा रहे थे।अब इधर दो महीने से कोर्ट में विभिन्न मामलों का निष्पादन तेज़ी से फिजिकल रूप से किया जा रहा हैं। ऐसे में जब फिजिकल कोर्ट चलने लगा तब टिकट न मिलने से नोटरी सहित कई विधि कार्य प्रभावित हो रहे है।
अधिवक्ताओं ने बताया कि अपराधिक वादों में अभियुक्तों को किसी कारणवश उपस्थित न रहने पर मोहलत आवेदन आवश्यक होता है। जिस पर टिकट लगाना जरूरी है। इसके अलावे केस फाइलिंग के लिए भी न्याय शुल्क टिकट की आवश्यकता पड़ती है। ऐसे में नये वादें का वकालतनामा, एडमिशन, गवाही, बंध पत्र लंबित रहा, बहुत से कोर्ट के वादों में न्यायिक आदेशों, प्राथमिकी के सच्ची प्रतिलिपि निकालने का कार्य प्रभावित हुआ। इसके अलावा वेलफेयर टिकट भी नहीं मिला।
वहीं आमलोगों को कई कार्यों के लिए शपथ पत्र की आवश्यकता थी उन्हें निराश होकर लौटना पड़ा। उपस्थित अधिवक्ताओं ने प्रशासन से यह मांग किया है कि उनकी परेशानियों को देखते हुए नियमित रूप से न्यायालय के समय तक टिकट काउंटर खुलवाने की व्यवस्था के के साथ-साथ टिकट एवं वेलफेयर टिकट उपलब्ध कराया जाएं। यह जानकारी अधिवक्ता सतीश कुमार स्नेही ने दी है।