
औरंगाबाद। ब्राह्मण जाति को गाली एवं सनातन धर्म का अपमान के साथ राम के अस्तित्व पर सवाल उठाकर पुर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी जी ने मर्यादा को तार-तार कर दिया है। साथ समाजिक सौहार्द को बिगाडने का घिनौना कृत किया है।यह बात भारतीय जनता पार्टी के जिला महामंत्री राजकुमार सिंह ने एक प्रेस बयान जारी कर दी है।
उन्होंने कहा है कि आये दिन नेताओं द्वारा अपने को पाक साफ बताने के लिए दलित, पीडित और शोषित के रहनुमा होने का लबादा ओढ लिया जाता है और बयानबाजी कर समाज मे विद्वेष फैलाने का कार्य किया जाता है। ऐसे में उस वर्ग जो समाज देश समाज और धर्म की रक्षा के लिए मिलजुल कर कार्य किया और देश और समाज के लिए हंसते-हंसते प्राणों की आहूति दी है उसे जाति धर्म के नाम पर लड़ाने का कार्य किया जाता है जो निंदनीय है।
जिला महामंत्री औरंगाबाद सरकार से आग्रह करता हूँ कि सरकार जातीय उन्माद निवारण एक्ट लाकर ऐसे कुकृत्य करने वालों पर रोक लगाए। ताकि भारत और भारतीय समाज की रक्षा की जा सके।जीतन राम मांझी द्वारा लगातार दिये जा रहे घृणा फैलाने वाले बयान से समाज मे कटुता फैलने की आशंका है। जिससे बिधि व्यवस्था बिगड भी सकती है। ऐसी स्थिति में सरकार को चाहिए कि जीतन राम मांझी पर कानूनी कारवाई करें।