
धीरज गुप्ता की रिपोर्ट
गया। नगर निगम आयुक्त अभिलाषा शर्मा के द्वारा बताया गया की 25 सितंबर को पितृपक्ष मेला का समापन है एवं उस दिन अमावस्या है। जिसके कारण तीर्थयात्रियों के साथ साथ स्थानीय लोगों के द्वारा नदी में तर्पण किया जाएगा। जिससे अत्यधिक भीड़ होने की संभावना है।
अतः नोडल पदाधिकारी एवं सभी सफाई निरीक्षक, सफाई पर्यवेक्षक को निर्देकेश दिया गया है कि अधिक सफाई कर्मी को लगाकर देवघा ट, सीताकुंड एवं अन्य घाटों की साफ सफाई कराएंगे एवं लगातार उसका निरक्षण एवं अनुश्रवण करेंगें। नगर निगम द्वारा पितामहेश्वर, ब्राह्मणी घाट, सीढ़िया घाट एवं महादेव घाट पर पार पथ का भी निर्माण करवाया गया है।
इस संबंध में बैठक में जिला पदाधिकारी द्वारा भी बताया कि 25 सितंबर को पितृपक्ष समापन है। इसके साथ ही अमावस्या की तिथि है। चुकी 25 सितंबर को तीर्थ यात्रियों के साथ साथ जिले के लोकल लोगों द्वारा भी अपने पूर्वजों के लिए तर्पण किया जाता है।
इसे ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन सभी लोकल नागरिकों से अपील करता है कि गयाजी डैम निर्माण होने के कारण इस वर्ष लोग घाट पर ही तर्पण करेंगे, जबकि पिछले कई वर्षों जब फल्गु नदी में पानी नहीं रहती थी, तो लोग नदियों में जाकर तर्पण करते थे।।उन्होंने कहा कि इस वर्ष पानी रहने के कारण लोग घाट पर ही तर्पण करेंगे।
अत्यधिक भीड़ की स्थिति ना बने इसके लिए पिता महेश्वर, पंचदेव धाम, ब्राह्मणी घाट, गजाधर घाट, सीता कुंड, केंदुई घाट तथा अन्य घाट जो फल्गु नदी के समानांतर है। सभी में तर्पण करें।