
सासाराम। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और एनडीए की सहयोगी जीतनराम मांझी ने एक बार फिर बिहार में शराब नीति और बालू नीति पर सवाल खड़ा किया है और अपने बयान से सरकार पर जुबानी हमला तेज कर दिया है।इतना ही नही उन्होंने कहा है कि इन दोनों को लेकर सरकार की नीति ने पूरे बिहार को फजीहत झेलने पर मजबूर कर दिया है।
गौरतलब है कि पूर्व मुख्यमंत्री श्री मांझी शिवसागर थाना क्षेत्र के सोन डिहरा गांव आए थे। जहां के वीरेंद्र पासवान की पिछले दिनों औरंगाबाद में अपराधियों के साथ हमले में मौत हो गई थी। उन्होंने मृतक दरोगा के परिजनों को सांत्वना दी और मीडिया को संबोधित करते हुए कई सवाल खड़ा किया।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि कर्तव्य की भेंट चढ़ गए बीरेंद्र के परिजनों से मिलने जिलाधिकारी तथा एसपी भी नहीं पहुंचे हैं। जो कि काफी निंदनीय है। उन्होंने कहा कि सरकार को शराब नीति एवं बालू नीति को बदलने की जरूरत है। यह दोनों नीति के कारण बिहार में गरीबों का बहुत शोषण हो रहा है।
शराब के कारण गरीब वर्ग के लोग भारी संख्या में जेल जा रहे हैं। वहीं बालू को लेकर सरकार की नीति के कारण मजदूर तबका त्राहिमाम की स्थिति झेल रहा है। ऐसे में बिहार सरकार को शराब तथा बालू नीति पर समीक्षा करने की आवश्यकता है। उन्होंने यह भी कहा कि उनकी पार्टी ‘हम’ एनडीए में मजबूती के साथ बने हुए।