
औरंगाबाद, कपिल कुमार
बुधवार को शैक्षणिक अराजकता के खिलाफ अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सदस्यों ने रमेश चौक के समीप एक दिवसीय धरना देते हुए भूख हड़ताल पर बैठे। सैकड़ों की संख्या में रहे अभाविप कार्यकर्ताओं ने एक स्वर में कहा कि अब छात्रहित के ध्यान में रखते हुए एमयू के खिलाफ आंदोलन तेज करना पड़ेगा। मगध यूनिवर्सिटी छात्र-छात्रों को भविष्य बर्बाद करने में जुटी हुई है। मगध यूनिवर्सिटी के सीनेट सदस्य व प्रदेश कार्यसमिति सदस्य अभाविप छात्र नेता दीपक कुमार ने कहा कि मगध यूनिवर्सिटी प्रशासनिक व्यवस्था चरमरा गई है पिछले 2 सालों से ना तो परीक्षा हो रहा है न परिणाम आ रहा है। परीक्षा परिणाम को लेकर छात्र चिंतित है और उनके भविष्य पर ग्रहण लग रहा है। जो कोर्स 2 साल पहले समाप्त हो जाना चाहिए था वह अब तक समाप्त नहीं हुआ है। 2018 में नामांकन लिए छात्र छात्रा अब तक पार्ट वन में ही है। छात्र-छात्राओं का भविष्य बर्बाद हो रहा है इसलिए छात्र-छात्राएं एक सुनियोजित निर्णय लेते हुए आंदोलन करने की तैयारी में जुट गए हैं। परीक्षा परिणाम को लेकर आज सैकड़ों छात्र भूख हड़ताल पर बैठे हैं। छात्र अब अपना भविष्य खुद से बचाने के लिए आंदोलन पर उतारू हो चुके हैं। छात्र सौरभ कुमार, विशाल कुमार, प्रभात कुमार ने कहा कि पिछले 2018 में जो छात्र एडमिशन लिए थे वे अभी पार्ट वन में ही है। जो 2019-2020 व 2021 में एडमिशन लिए है उनका भी अभी पार्ट वन हीं चल रहा है। छात्रों ने कहा कि प्रवेश परीक्षा और परिणाम को लेकर हम लोग मगध यूनिवर्सिटी के खिलाफ आंदोलन करेंगे। जो कोर्स 3 साल में पूरा होना चाहिए वह कोर्स 6 साल में भी पूरा नहीं हो रहा है। यह कैसा यूनिवर्सिटी है जो छात्रों का भविष्य बर्बाद करने में जुटी हुई है। छात्र सौरभ कुमार ने कहा कि यूनिवर्सिटी सिर्फ अपना प्रोसीजर की बात करती है। यह कैसा प्रोसीजर बनाया गया है जिससे भी छात्र-छात्राओं का भविष्य बर्बाद हो रहा है। अब बर्दाश्त से फालतू हो रहा है। अब सीधा आंदोलन होगा और मगध यूनिवर्सिटी के खिलाफ आर-पार की लड़ाई होगी। चाहे छात्र-छात्राओं की जीत हो या यूनिवर्सिटी की, लेकिन हम लोग चरणबद्ध तरीके से आंदोलन करेंगे। इस मौके पर सैकड़ों छात्र उपस्थित थे।