
औरंगाबाद (कपिल कुमार)
औरंगाबाद शहर के शाहपुर अखाड़ा स्थित शिव हनुमान मंदिर परिसर में पिछले 10 मई से 15 मई तक आयोजित शिव हनुमत प्राण प्रतिष्ठा रूद्र महायज्ञ में प्रत्येक दिन हजारों श्रद्धालुओं की जनसैलाब उमड़ रही है। प्रत्येक दिन आचले सुबह से ही यज्ञ मंडप की परिक्रमा करने के लिए श्रद्धालुओं की तांता लग रही है। दिनभर पूजा-अर्चना के लिए शहर के अलावे दूर-दूर से ग्रामीण क्षेत्रों के भी श्रद्धालु इस महायज्ञ में पहुंच रहे हैं। अपनी मनोकामनाएं पूर्ण करने व आस्था भक्ति के साथ अपनी सुखमय व खुशहाल जीवन बनाने के लिए अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं। महायज्ञ के प्रत्येक दिन संध्या 7:00 बजे से अयोध्या से चलकर औरंगाबाद पहुंची प्रवचन कर्ता पूज्य आराधना शास्त्री द्वारा शिव पुराण कथा का भी आयोजन हो रहा है। महायज्ञ के चौथे दिन प्रवचन के दौरान पूजा आराधना शास्त्री ने बताया कि भगवान शिव क्रीम पाउडर नहीं लगाते थे, वे तो जले हुए मुर्दों से प्राप्त राख के भभूत लगाया करते थे। भूत प्रेत से लोग डरते हैं लेकिन भगवान शिव किस सहयोगी के रूप में ही भूत प्रेत रहते थे और इनके बारात में भी तमाम भूत प्रेत भूत पिचास सांप समेत अन्य विषैले जीव भी उनके सहयोगी रहते थे।
महायज्ञ पांचवे दिन धूमधाम से निकली भगवान भोले शंकर की बारात, भूत पिचास के रूप में शामिल हुए बाराती, नगर को किया भ्रमण
रविवार को यानी रूद्र महायज्ञ पांचवे दिन यज्ञ स्थल से टाउन थाना स्थित शिव पार्वती मंदिर के लिए भगवान भोले शंकर की धूमधाम से बरात निकली। इस दौरान ढोलक नगाड़े गाजे-बाजे हाथी घोड़े के साथ-साथ भूत पिचास का वेश धारण किए बच्चे बराती भी बारात में शामिल हुए। महिलाएं भी डीजे पर डांस करते हुए व जय श्री राम, हर हर महादेव के नारे लगाते हुए बराती बन कर भगवान शिव के बाराती में शामिल हुए। महिलाएं वैवाहिक गीत भी गा रही थी। भगवान भोले शंकर की बारात यज्ञ स्थल शाहपुर अखाड़ा मंदिर परिसर से धर्मशाला रोड होते हुए टाउन थाना स्थित शिव पार्वती मंदिर पहुंची। जहां मंत्रोच्चारण के साथ वैवाहिक कार्यक्रम की रस्म पूरी की गई। उसके बाद पुनः बरात ठाकुरबारी रोड होते हुए यमुनानगर यादव कॉलेज के रास्ते यज्ञ स्थल शाहपुर अखाड़ा पहुंची। इस दौरान नगर वासियों ने बारातियों को स्वागत भी किया।