

औरंगाबाद (कपिल कुमार)
सदर प्रखंड स्थित ग्राम जम्होर में समकालीन जवाबदेही के तत्वाधान में प्रधान संपादक डॉ सुरेंद्र प्रसाद मिश्रा के सानिध्य में हिंदी पत्रकारिता साहित्य के स्तंभ एवं स्पष्टवादी एवं स्वतंत्र पत्रकारिता को उत्कर्ष पर पहुंचाने वाले प्रभाष जोशी की 87वीं जयंती के मौके पर साहित्य संवाद का कार्यक्रम आयोजित किया गया।संयोजक सुरेश विद्यार्थी ने संबोधन के क्रम में कहा कि प्रभाष जोशी ने हिंदी पत्रकारिता को साहित्यिक स्वरूप प्रदान करने का कार्य किया था। आधुनिक हिंदी साहित्य के विचारवादी धारा को जोड़ने का कार्य जोशी ने अपनी स्वतंत्र पत्रकारिता एवं निष्पक्ष निर्भीक स्पष्टवादिता को संबोधित पत्रकारिता की शुरुआत हिंदी दैनिक नई दुनिया से की थी देशज संस्कारों एवं सामाजिक सरोकारों के प्रति समर्पित प्रभाष जोशी सर्वोदय एवं गांधीवादी विचारधारा में रचे बसे थे। 1972 ईस्वी में जब जयप्रकाश नारायण ने मुंगावली जेल से दुर्दांत डकैत माधव सिंह का समर्पण करा रहे थे तो उनके साथ इस अभियान में प्रभाष जोशी भी कदम से कदम मिलाकर चल रहे थे। इंडियन एक्सप्रेस, जनसत्ता समाचार पत्र को सफल संपादन करके हिंदी पत्रकारिता को नई दशा एवं दिशा प्रदान की। प्रभाष जोशी एवं जनसत्ता एक दूसरे के पर्याय बन गए थे। उन्होंने सरोकारों के साथ-साथ शब्दों को भी आमजन की संवेदनाओं और सूचनाओं को संवाद बनाया प्रभास जी के लेखन में विविधता, भाषा में लालित्य का अद्भुत समागम देखने को मिलता है। संबाद के मौके पर राम पुकार ओझा मधुसूदन त्रिवेदी गायक अमित कुमार सिंह, राणा सुनील सोमप्रकाश रविकर सौरभ राज सहित अन्य ने सराहनीय भूमिका निभाई।