

औरंगाबाद (कपिल कुमार)
जीएनएम नामांकन में फर्जीवाड़ा को लेकर महिला छात्राओं ने मंगलवार को एसपी कार्यालय पहुंचकर न्याय की गुहार लगाई। दाउदनगर अनुमंडल मुख्यालय व इसके आसपास के कई गांव से दर्जनों महिला छात्र जिला मुख्यालय पहुंची और एसपी से मिलकर सारी बाते बताई। लिखित आवेदन देते हुए छात्रा राखी, रानी, संजू, पिंकी, प्रभा, नीतू, सरिता, निभा, अमृता, खुशबू, संजू, सुमन समेत अन्य छात्राओं ने बताया कि औरंगाबाद भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष संजय मेहता ने अपना खुद का जीएनएम कॉलेज बताते हुए सभी से नामांकन कराने की बात कही। नामांकन कराने के नाम पर 2 से ढाई लाख रुपए की मांग की गई। लेकिन एडवांस के तौर पर किसी ने 80000 किसी ने 90000 तो किसी ने 100000 रुपये देकर तीन साल की कोर्स के लिए सत्र 2021-22 नामांकन करवाया। नामांकन का रसीद भी द सिंगरौली ऑफ नर्सिंग इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी मध्य प्रदेश के नाम से दिया गया। जब हम लोग पहले सत्र का एग्जाम देने के लिए मध्य प्रदेश गए तो वहां एडमिट कार्ड दूसरे कॉलेज का दे दिया गया। फिर यह कहा गया कि बाद में इस कॉलेज का हो जाएगा, लेकिन हम लोगों ने परीक्षा नहीं दिया क्योंकि जिस कॉलेज का एडमिट कार्ड दिया गया उस कॉलेज का भारत सरकार से मान्यता प्राप्त नही था। जब हम लोगों ने पूर्व जिलाध्यक्ष संजय कुमार मेहता को सारी बातें बताया तो उन्होंने बोले कि आपलोग को परीक्षा नही देना है तो पैसा वापस हो जाएगा। जब हम लोग वहां से लौट कर पैसा मांगने संजय मेहता के पास गए तो उन्होंने आजकल कहते हुए समय को टालते गए। अब एक साल से भी ज्यादा समय हो गया लेकिन पैसा वापस नही किये। उल्टे केश में फंसा देने की धमकी देते हैं। परीक्षार्थियों ने बताया कि हमलोग थाना व डीएसपी के पास भी गए लेकिन वहाँ से भी अब कोई सकारात्मक जवाब नही मिल रहा। अब हमलोग एसपी के पास अपनी मांग को लेकर आये हैं। अगर हमलोग को न्याय नही मिला तो मुख्यमंत्री तक जाएंगे।
